गया हत्याकांड: पुलिस ने चार लोगों के नार्को और पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए कोर्ट में दिया आवेदन
पटना
गया के बुनियादगंज के पटवाटोली में नाबालिग की निर्मम हत्याकांड में पुलिस अभी भी ऑनर कीलिंग की थ्योरी पर ही काम कर रही है. इसके लिए पुलिस ने जेल में बंद म़तका के पिता तुराज पटवा और उनके सहयोगी लीला पटवा के साथ ही मृतक की मां और बड़ी बहन के नार्कों और पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए एसीजेएम राजीव कुमार के कोर्ट में आवदेन दिया है.
कोर्ट ने सभी पक्ष को नोटिस पर कर दिया है इसके साथ ही कोर्ट ने बुनियादगंज थानाध्यक्ष मनोज कुमार के आवेदन पर पिता तुराज और सहयोगी लीला पटवा को तीन दिन के लिए पुलिस रिमांड दे दिया है और इस तीन दिन में पुलिस दोनो से पूछताछ करेगी और सभी कड़ियों को जोड़ने की कोशिश करेगी..
पुलिस ने कोर्ट के आदेश से मृतका नाबालिग का वेसरा, कपड़ा, चप्पल समेत कई सामान को जांच के लिए पटना स्थित फॉरेंसिक प्रयोगशाला भेज दिया है. एफएसएल की टीम ने भी घटनास्थल, मृतक के घर और आरोपी लीला पटवा के घर से कई सैंपल लिये थे जिसकी जांच की जा रही है.
इस मामले में सीआईडी की टीम ने भी कल घटनास्थल समेत की जगहों का दौरा किया था और कई लोगों से बात की थी और बातचीच में सीआईडी की टीम ऑनर कीलिंग की थ्योरी पर जांच करती हुई दिख रही थी. पुलिस द्वारा नार्को टेस्ट और पिता तुराज एवं लीला पटवा को रिमांड पर लेने की सूचना के बाद पटवा समाज के लिए गुस्से में है.
पटवा समाज के प्रतिनिधि प्रेम नारायण पटवा ने कहा कि एडीजी आलोकराज ने डीएसपी अभिजीत सिंह को जांच से हटाने का आश्वासन दिया था पर पुलिस की वही टीम अपनी पुरानी थ्योरी को ही सिद्ध करने की कोशिश कर रही है इसलिए वे लोग अब सीबीआई जांच की अपनी मांग को पुख्ता तरीके से रखेगें क्योकि अब उन्हें बिहार की एजेंसी पर भरोसा नहीं रह गया है.
गौरतलब है कि एसएसपी राजीव मिश्रा द्वारा ऑनर कीलिंग बताये जाने के बाद पटवा समाज ने बड़ा आन्दोलन शुरू किया था जिसके बाद मगध डीआईजी विनय कुमार और एडीजी आलोकराज ने पटवाटोली में मीटिंग करके कई तरह के आश्वासन दिया था.
डीआईजी विनय कुमार ने ऑनर कीलिंग से इंकार किया था वहीं एडीजी आलोकराज ने इसे ब्लाइंड केस कहा था. इस बीच भाकपा माले, सांसद पप्पू यादव पूर्व सीएम जीतनराम मांझी, भाजपा सांसद हरि मांझी ने पीड़ित परिवार और पटवा समाज से मुलाकात करके सीबीआई जांच की जरूरत बतायी है.