कोटा अस्पताल में बच्चों की मौत पर बोलीं स्मृति ईरानी, पिछले साल मौत होने के बाद भी राजस्थान सरकार नहीं चेती
नई दिल्ली
कोटा अस्पताल में बीते दिसंबर महीने में सौ से अधिक बच्चों की मौत को लेकर शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि पिछले साल 900 से अधिक मौत होने के बाद भी राजस्थान सरकार नहीं चेती। महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि यह मामला स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़ा हुआ है और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग इसकी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपेगा।
उन्होंने कहा कि इस मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की टिपण्णी से वह आहत हैं। ईरानी ने कहा, ''वर्तमान में राजस्थान के मुख्यमंत्री की ओर से जिस तरह के वाक्य मैं सुन रही हूं, उससे एक मां और भारतीय होने के कारण दुखी हूं। राजस्थान सरकार ने इतनी मौतों के बावजूद कोई कार्रवाई इसलिए नहीं की क्योंकि मरने वाले बच्चे गरीब थे।"
राज्य के अधिकारियों द्वारा बताए गए आंकड़ों के अनुसार जे के लोन सरकारी अस्पताल में वर्ष 2019 में 963 बच्चों की मौत हुई थी, जबकि इसके पिछले वर्ष में यह आंकड़ा 1000 से ऊपर पहुंच गया था। बता दें कि राज्य में विपक्ष लगातार गहलोत सरकार और स्वास्थ्य मंत्री पर लगातार हमलावर है। विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्रई रघु शर्मा ने कहा कि 2012 में जब कांग्रस पार्टी सत्ता में थी तब अस्पताल के लिए 120 बेड के लिए पांच करोड़ रुपए दिए गए। लेकिन उसमें से सिर्फ 1.7 करोड़ रुपए खर्च किए गए।
साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि 120 में से 60 बेड बच्चों से संबंधित विभाग के लिए थे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का आश्चर्य हो रहा है कि एक बेड पर दो बच्चों को लेकर आज जो लोग सवाल उठा रहे हैं वे प्रदेश में पांच वर्षों तक सत्ता में रहे। 2012 में बच्चों के लिए 60 बेड का मंजूरी दी गई थी। वे बेड कहां गए? इसका जवाब कौन देगा?