कांग्रेस विधायक को हाईकोर्ट ने जारी किया नोटिस, 4 हफ्तों में मांगा जवाब
भोपाल
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में भोपाल मध्य क्षेत्र से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के निर्वाचन को चुनौती दी गई है। बीजेपी नेता शमशुल हसन ने अपने याचिका में दलील दी है कि आरिफ मसूद ने विधानसभा चुनाव के लिए दिए अपने हलफनामे में गलत जानकारी दी है। मसूद के खिलाफ 29 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं, लेकिन शपथ पत्र में सिर्फ 1 आपराधिक मुकदमे की जानकारी दी गई है। इस पर हाईकोर्ट ने 10 अप्रैल तक मसूद से जवाब मांगा है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले कई विधायकों की विधायकी खतरे में पड़ती नजर आ रही है। जबलपुर और खंडवा विधायक के बाद अब भोपाल मध्य क्षेत्र से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के निर्वाचन को चुनौती दी गई है।हाईकोर्ट ने इसके लिए उन्हें नोटिस जारी किया है। बीजेपी नेता शमशुल हसन की याचिका पर सुनवाई कर कोर्ट ने ये नोटिस जारी किया है। हसन ने अपने याचिका में दलील दी है कि आरिफ मसूद ने विधानसभा चुनाव के लिए दिए अपने हलफनामे में गलत जानकारी दी है। मसूद के खिलाफ 29 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं, लेकिन शपथ पत्र में सिर्फ 1 आपराधिक मुकदमे की जानकारी दी गई है। अधिवक्ता समीर सेठ ने कहा कि चुनाव आयोग को पेश किए गए शपथ-पत्र में गलत जानकारी पेश करने के लिए आरिफ मसूद का निर्वाचन निरस्त किया जाना चाहिए। इस पर हाईकोर्ट ने 10 अप्रैल तक मसूद से जवाब मांगा है।
बता दे कि भोपाल मध्य विधानसभा सीट पर बीजेपी के सुरेंद्र नाथ सिंह और कांग्रेस के आरिफ मसूद के बीच मुकाबला था। इस सीट पर बाजी पलटते हुए कांग्रेस के आरिफ मसूद ने जीत दर्ज की थी, उन्हें 76647 वोट मिले थे, जबकि भाजपा प्रत्याशी सुरेन्द्र नाथ सिंह को 61,890 वोट मिले।भोपाल मध्य विधानसभा सीट से 2013 के विधानसभा चुनाव बीजेपी के सुरेंद्र नाथ सिंह ने जीता था। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार आरिफ मसूद को हराया था। वहीं, 2008 के चुनाव में बीजेपी के ध्रुव नारायण सिंह ने कांग्रेस के नासिर इस्लाम को चुनावी मैदान में मात दी थी। ध्रुव नारायण सिंह वहीं हैं जो शहला मसूद हत्याकांड में चर्चित रहे थे।