कर्ज से परेशान किसान ने लगाई फांसी, सरकार ने दिए जांच के आदेश
देपालपुर
मध्यप्रदेश सरकार भले ही किसानों की कर्जमाफी के दावे कर रही हो लेकिन राज्य में किसानों की आत्महत्या के मामले थम नहीं रहे हैं. गुरुवार को इंदौर जिले के देपालपुर के किसान ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. सरकार ने भी आनन फानन में मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. लेकिन बीजेपी ने आंदोलन की चेतावनी देकर सियासत को गरमा दिया है.
घटना देपालपुर से करीब 12 किलोमीटर दूर जलालपुर गांव की है, जहां किसान मोहन लाल ने अपने ही खेत में आम के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सुबह जब लोगों ने देखा तो उसे पेड़ से उतारा गया, परिजनों के साथ उसे देपालपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
बताया जा रहा है कि मोहन लाल पर बैंक के साथ साहूकार का कर्ज भी था. ये बात सामने आई है कि ये कर्ज 35 से 40 लाख रुपए का था. इसके चलते वो मानसिक रूप से परेशान था. थाना प्रभारी गोपाल परमार ने बताया कि पुलिस ने मोहन लाल की आत्महत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
करीब दस साल से दूध के व्यवसाय से भी जुड़े मोहनलाल की कर्ज के चलते आत्महत्या की खबर ने सरकार को भी हिला दिया. आनन फानन में सरकार ने किसान की मौत की जांच के आदेश दे दिए. स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि मामले की जांच रिपोर्ट एसपी से तलब की गई है.