कनाडा ने खोले भारतीयों के लिए अपने दरवाजे, काम के साथ आसानी से मिल सकेगी नागरिकता
नई दिल्ली
अमेरिका ने जहां अपने यहां आने वालों के लिए वीजा के नियमों को सख्त किया है, वहीं कनाडा दिल खोलकर भारतीय टैलंट को अपने यहां मौका देने की तैयारी कर रहा है। कनाडा ग्लोबल टैलंट स्ट्रीम (GTS) नामक एक स्थायी प्रोग्राम शुरू करने जा रहा है, जिसके जरिये लोगों को बड़ी आसानी से वहां काम करने का मौका मिल सकेगा। कनाडा की इस योजना से कनाडा में काम करने के इच्छुक विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजिनियरिंग या गणित (STEM) बैंकग्राउंड वाले लोगों को भारी फायदा होगा। यही नहीं, अमेरिका में रहने वाले भारतीय भी इसका फायदा उठा सकते हैं।
इस योजना के तहत नौकरी देने वाले नियोक्ताओं द्वारा दाखिल आवेदनों को महज दो सप्ताह में निबटाया जाएगा। इसका अतिरिक्त फायदा यह मिलेगा कि जिन लोगों को जीटीएस योजना के तहत नौकरियां मिलेंगी वे न सिर्फ कनाडा में वर्क एक्सपीरियंस लेंगे, बल्कि उन्हें एक्सप्रेस इंट्री रूट के तहत स्थायी नागरिकता हासिल करने में प्राथमिकता भी मिलेगी। एक्सप्रेस इंट्री रूट एक पॉइंट-बेस्ड सिस्टम है।
पिछले साल 15 जून के अपने अंक में इस बात की जानकारी दी थी कि एक्सप्रेस इंट्री रूट के तहत सबसे ज्यादा भारतीयों को स्थायी नागरिकता मिलेगी। साल 2017 के दौरान कुल 86,022 इनविटेशंस भेजे गए और इनमें से लगभग 42 फीसदी (36,310) वैसे लोग थे, जिनके पास भारतीय नागरिकता थी।
टीओआई को कनाडा के डिपार्टमेंट ऑफ इमिग्रेशन, रिफ्यूजी ऐंड सिटिजनशिप द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, साल 2018 के दौरान भारतीयों को 41,000 इन्वाइट्स भेजे गए, जो 13 फीसदी की बढ़ोतरी दर्शाता है।
कनाडा के इमिग्रेशन, रिफ्यूजी और सिटिजनशिप (IRCC) मंत्री अहमद हुसैन ने हाल में जारी बजट डॉक्युमेंट में कहा, 'हम अपने ग्लोबल स्कील्स स्ट्रैटिजी के जरिये दुनियाभर के बेहद उच्च कौशल रखने वाले लोगों को आकर्षित कर रहे हैं।'