कछुआ एक लाभ अनेक, जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान

आपने कई घरों तथा दुकानों या व्यावसायिक संस्थानों में जीवित कछुए या उनके मॉडल या चित्र अवश्य देखे होंगे। भारतीय धार्मिक परम्पराओं में तो हर ऐसे जीव का संबंध हमारे देवी-देवताओं से जुड़ा हुआ है परंतु फेंगशुई में इसका एक अलग महत्व है। वास्तु की दृष्टि से यह और लाभदायक हो जाता है। हिंदू धर्म में घर में कछुआ रखने को बहुत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि जहां कछुआ होता है, वहां लक्ष्मी का आगमन होता है। फेंगशुई में भी कछुआ रखना बेहद शुभ माना गया है। इससे घर और ऑफिस में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है।

कछुआ नॉर्थ सैंटर को रूल करता है, इसलिए इसे हमेशा उत्तर दिशा में ही रखना चाहिए। एक सिम्बल के तौर पर कछुआ घर में बहुत सुख-समृद्धि लाता है। वहीं अगर आप अपने घर में एक ड्रैगन के मुख वाला कछुआ रखते हैं तो यह और भी शुभ माना जाता है। इसे रखने से घर के मुखिया की आयु लम्बी होती है। इसके रहने से पूरा परिवार सुरक्षित रहता है और यह घर में धन और समृद्धि लाता है।

कछुआ सिम्बल आपको दुकानों या घर पर दिख जाएगा। इस कछुए में बॉडी तो कछुए की होती है, लेकिन इसका सिर ड्रैगन का होता है। आप इसे अपने घर या ऑफिस की एंट्रैंस पर रखते हैं तो यह आपकी फैमिली में शांति लाएगा क्योंकि ड्रैगन को रक्षक माना जाता है। अगर इन्हें फ्रंट डोर पर रखते हैं तो ये नैगेटिव एनर्जी को घर में आने से रोकते हैं। ड्रैगन टॉरटॉइज को पूर्व दिशा में रखने से घर के सभी मैम्बर्स की एक-दूसरे से बॉन्डिंग स्ट्रांग होती है।

कछुआ बहुत शुभ माना जाता है। इसलिए कहा जाता है कि इसे पास रखने से नौकरी और परीक्षा में सफलता प्राप्त होती है। घर में मौजूद कछुआ आपको और आपके परिवार को नजर लगने से बचाता है। घर में कछुआ रखने से परिवार के सदस्यों में सुख-शांति बनी रहती है।

नया व्यापार शुरू करते समय अपनी दुकान या ऑफिस में चांदी का कछुआ रखना बहुत शुभ माना जाता है। कछुआ घर में रखने से जीवन में ऊर्जा का प्रवाह एक समान होने से स्थिरता बनी रहती है और उतार-चढ़ाव कम आते हैं।

दफ्तर या घर के पिछले हिस्से (बैकयार्ड) में कछुए को रखने से अपार ऊर्जा का एहसास होगा और आप अपने सभी कार्य ठीक तरीके से कर पाएंगे।

अगर करियर में खूब तरक्की चाहते हैं तो काले रंग के कछुए को उत्तर दिशा में रखें। ऊर्जा बढऩे से बिजनैस और करियर में तरक्की की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

घर के मुख्य द्वार पर पश्चिम की दिशा में कछुआ रखने से सुरक्षा मिलती है।

मूलत:  कछुए को घर में ‘गुड लक’ के लिए रखा जाता है लेकिन एक खास प्रकार की मादा कछुआ, जिसकी पीठ पर बच्चे कछुए भी हों, यह प्रजनन का प्रतीक होता है। जिस घर में संतान न हो या जो दंपति संतान सुख से वंचित हों, उन्हें इस प्रकार का कछुआ अपने घर में रखना चाहिए।

काले रंग के कछुए के अलावा कई तरह के कछुए बनाए जाते हैं। इन सभी का अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। अलग-अलग तत्वों से बने कछुए ऊर्जा स्तर को अलग-अलग तरह से प्रभावित करते हैं। अपनी जरूरत के हिसाब से आप कछुए का चुनाव कर सकते हैं।

क्रिस्टल के बने हुए कछुए को या तो दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में रखें। लकड़ी के बने हुए कछुए को पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें। अगर आप कछुए के परिवार को अपने लिविंग रूम में रखना चाहते हैं तो अच्छा है क्योंकि इससे परिवार के सदस्यों के बीच मेलजोल बढ़ता है।

कछुआ अगर मिट्टी का बना हुआ है तो उसे उत्तर-पूर्व दिशा, मध्य या दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखा जाना चाहिए। धातु से बने हुए कछुए को उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशा में रख सकते हैं। हालांकि मिश्रित धातु के कछुए को उत्तर दिशा में रखना चाहिए।

कछुए को हमेशा जल में रखना चाहिए। इसे धातु वाले किसी बर्तन में जल भरकर रखना चाहिए जिससे घर में सुख, शांति और समृद्धि आए।

वैधानिक चेतावनी : जीवित कछुआ रखने से पूर्व ,वन्य संरक्षण अधिनियम को अवश्य जान लें ताकि गुड लक की बजाए आपके यहां बैड लक न आ जाए।

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