ऑडिट में सुरक्षित पाया गया था मुंबई ब्रिज, हादसे के 10 बड़े अपडेट
मुंबई
मुंबई ब्रिज हादसे से देश में दुख का माहौल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम देवेंद्र फडणवीस समेत कई मंत्रियों और नेताओं ने हादसे पर दुख जताया है. आइए जानते हैं इस हादसे के बाद के 10 बड़े अपडेट-
1- मुंबई में सीएसटी रेलवे स्टेशन के बाहर बने एक फुटओवर का एक हिस्सा गिर गया है. हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई जबकि 36 से ज्यादा लोगों के घायल हो गए. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
2- बीएमसी डिजास्टर सेल के अधिकारी तानाजी कांबे ने बताया कि हादसा शाम 7.35 पर हुआ. बता दें कि यह ब्रिज टाइम्स ऑफ इंडिया बिल्डिंग और एमआरए पुलिस स्टेशन के सामने है. इसे हिमालया ब्रिज भी कहा जाता है.
3- सीएम देवेंद्र फणडवीस को ब्रिज हादसे को गंभीर और दुखद बताया है. सीएम फडणवीस ने हादसे में मृतक लोगों को पांच लाख और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजे का ऐलान किया. साथ ही उन्होंने कहा कि हादसे में घायलों का इलाज राज्य सरकार कराएगी.
4- फडणवीस ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. फडणवीस के मुताबक, बीएमसी आयुक्त से जो जानकारी मिली है, उसमें यह पुल करीब 1980 में बना था. वहीं, ब्रिज हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर दुख जताया है.
5- यह ओवरब्रिज सड़क से 35 फीट ऊंचा था. जब पुल गिरा तब उस पर उसे कई लोग गुजर रहे थे. पुल गिरते ही कई लोग मलबे में गिर गए और उनके राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं.
6- मुंबई ब्रिज हादसे पर सीएम फडणवीस ने सवाल उठाते कहा है कि यह सीएसटी ब्रिज ऑडिट में सेफ पाया गया था. ऑडिट में सिर्फ मामूली जांच का सुझाव था. सरकार जांच कर मामले की तह जाएगी.
7- शिवसेना सांसद अरविंद सावंत का कहना है कि यह ब्रिज रेलवे के अधीन आता है, जिसकी देखरेख बीएमसी करती है. बावजूद इसके ब्रिज किसका है? बीएमसी ने इसका ऑडिट किया!
8- रेलवे ने बयान में कहा है कि ये ब्रिज बीएमसी का था. हालांकि हम पीड़ितों की मदद कर रहे हैं. रेलवे के डॉक्टर बीएमसी के साथ मिलकर राहत बचाव कार्य में लगे हैं. मध्य रेलवे क्षेत्र के पीआरओ एके जैन ने हादसे पर कहा है कि ब्रिज स्टेशन के बाहर का एरिया है, रेलवे से नहीं जुड़ा है. स्टाफ ने घायल लोगों को हॉस्पिटल पहुंचाया.
9- कांग्रेस ने हादसे पर रेल मंत्री पीयूष गोयल का इस्तीफा मांगा है. कांग्रेस की ओर से रणदीप सुरजेवाला, संजय निरुपम और मिलिंद देवड़ा ने सरकार पर निशाना साधा है. निरुपम ने कहा है यह हादसा केंद्र सरकार और रेलवे की असफलता का उदाहरण है.
10- महाराष्ट्र सरकार ने रेलवे और बीएमसी अधिकारियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304ए के तहत एफआईआर दर्ज की है.