उपलेखाधिकारी चिंतामणि चंद्राकर के ठिकानों पर ईओडब्ल्यू का छापा, करोड़ों की सम्पत्ति बरामद

कांकेर
छत्तीसगढ़ के चर्चित नागगरिक आपूर्ति निगम (नान) घोटाले में ईओडब्ल्यू की टीम ने विभाग के तत्कालीन मैनेजर रहे चिंतामणि चंद्राकर के दुर्ग और कांकेर स्थित ठिकानों पर छापा मारा है। चंद्राकर पर नान में पदस्थापना के दौरान आय से अधिक संम्पत्ति अर्जित करने का आरोप है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्ग में आदर्श नगर में उनके पुत्र हर्ष चंद्राकर के फ्लैट क्रमांक 303 सी ब्लॉक, चिंतामणि के ससुराल पी-1 आदर्श नगर दुर्ग और कांकेर स्थित में स्थित कार्यालय में छापा मारा गया है। यहां पर मिली संपत्तियों और मकान, ऑफिस के कागज और दस्तावेजों की जांच कर रही है। माना जा रहा है कि इस जांच के बाद संपत्ति के बारे में खुलासा हो सकता है।

नान घोटाले में ईओडब्ल्यू ने 2015 में जब छापा मारा तो चिंतामणि चंद्राकर रायपुर में पदस्थ थे। नई सरकार बनने के बाद उनका तबादला कांकेर किया गया। यहां वे नान के जिला प्रबंधक है। नान डायरी में चिंतामणि का नाम सामने आया था।

ईओडब्ल्यू के आला अधिकारियों ने बताया कि चिंतामणि नान के जिला प्रबंधक रहने के दौरान एमजीएम में भी ट्रस्टी बन गया था।इससे पहले चिंतामणी को लंबे समय से ईओडब्ल्यू में बयान देने बुलाया जा रहा था। आठ से ज्यादा नोटिस जारी किया जा चुका था। अफसरों को उम्मीद है कि छापेमारी के बाद कुछ अहम तथ्य मिल सकते हैं।

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