उग्र राष्ट्रवाद देशभक्ति को गाली देने के लिए गढ़ा गया: मोदी
मुझे विश्वास है कि जनता एक बार फिर भारी जनादेश और पहले से ज्यादा सीटें देकर आशीर्वाद देगी। चुनाव के बाद पहले से भी मजबूत सरकार बनेगी। जिन-जिन राज्यों का दौरा मैंने किया है वहां अभूतपूर्व समर्थन मिलता दिख रहा है। पहले फेज के चुनाव और लोगों की प्रतिक्रिया ने मेरे विश्वास को और मजबूत किया है। 2014 का चुनाव भारतीय जनता पार्टी एनडीए के अपने सहयोगियों के साथ मिलकर लड़ी थी, जबकि 2019 का चुनाव भारतीय जनता लड़ रही है। आपने कहा कि इस बार मैं विपक्ष में नहीं हूं। यह सत्य नहीं है।
मैं विपक्ष में हूं और उन चीजों के खिलाफ लड़ रहा हूं, जिनसे मेरे भारत को नुकसान पहुंच सकता है। भ्रष्टाचार हमारे देश को अंदर से खोखला कर रहा है और मैं इसे चुनौती दे रहा हूं। परिवारवाद की राजनीति हमारे लोकतंत्र को कमजोर करती है और मैं इसके विरोध में लड़ रहा हूं। आंतकवाद देश के अस्तित्व के लिए खतरा है और मैं इसके खिलाफ लड़ रहा हूं। चलता है की प्रवृत्ति ने काफी समय तक हमारे देश की प्रगति को रोककर रखा और मैं इसके विपक्ष में लड़ रहा हूं। नकारात्मक शक्तियां भारत की आकांक्षाओं के रास्ते में बाधक हैं और मैं उन्हें चुनौती दे रहा हूं।
भारत की जनता भी इन चीजों के खिलाफ है। वे भी हमारे साथ कांग्रेस जैसी पार्टियों से लड़ रही हैं, जो भारत को भ्रष्टाचार और लूट के दौर में ले जाना चाहती हैं। कांग्रेस के खिलाफ ऐसा माहौल है कि वह खुद बता रही है कि वह अब तक के सबसे कम सीटों पर लोकसभा में चुनाव लड़ रही है। जनता भलीभांति देख रही है कि कांग्रेस के पास न तो नेता है, न नीयत है और न ही नंबर। जिन्होंने भी कांग्रेस के चुनाव अभियान और घोषणापत्र पर गौर किया है वे आसानी से समझ सकते हैं कि वह जीतने के लिए चुनाव नहीं लड़ रही है। उनके पास देश के लिए कोई विजन नहीं है। वे जो कर रहे हैं ,वह ऐसा ही है जैसे दूध में नींबू की बूंदें डालना और इसका परिणाम हमेशा विनाशकारी ही होगा।