इन 8 राज्यों में सबसे प्रचंड रही मोदी की सुनामी, विपक्ष ध्वस्त

 
नई दिल्ली 

लोकसभा चुनाव-2019 के नतीजों से पहले आजतक-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में एनडीए 8 बड़े राज्यों में क्लीन स्वीप करती नजर आ रही है. एग्जिट पोल के मुताबिक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और बिहार की बदौलत बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की वापसी के आसार हैं.  इसके अलावा दिल्ली और हरियाणा में भी बीजेपी के अच्छे प्रदर्शन की बात कही जा रही है.

मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जोरदार वापसी के संकेत
लोकसभा चुनाव-2019 के नतीजों से पहले देश का सबसे भरोसेमंद आजतक और एक्सिस माई इंडिया का एग्जिट पोल (Exit Poll) एनडीए सरकार की वापसी के संकेत मिल रहे हैं. आजतक और एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में मध्य प्रदेश की 29 सीटों में बीजेपी को 26 से 28 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि कांग्रेस 1 से 3 के बीच रह सकती है. वहीं, राजस्थान की 25 सीटों में 23 से 25 सीटें बीजेपी के पास जाती दिख रही हैं, जबकि कांग्रेस 2 सीटों पर ही सिमट कर रह सकती है. छत्तीसगढ़ की बात करें तो 11 सीटों में 7 से 8  सीटें बीजेपी के खाते में जाने के आसार हैं, वहीं, कांग्रेस 1 से 3 सीटों तक ही रह सकती है.

गुजरात,  महाराष्ट्र के साथ बंगाल में भी चल सकती है मोदी लहर
आजतक और एक्सिस माई इंडिया का एग्जिट पोल के मुताबिक, गुजरात में बीजेपी को 25-26 सीटें मिलने का अनुमान है. जबकि कांग्रेस ने 0-1 सीट तक सिमटती दिख रही है. पिछली बार 2014 में 'आजतक' के एग्जिट पोल सर्वे में 19 सीटें बीजेपी को मिलने का अनुमान जताया था, लेकिन बीजेपी ने गुजरात की सभी 26 सीटें जीत ली थी. इस बार गुजरात में बीजेपी को 61 फीसदी वोट मिले हैं जबकि कांग्रेस को 32 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है.

वहीं अन्य के खाते में 7 फीसदी वोट गया है. महाराष्ट्र में NDA को 38 से 42 सीटें मिल सकती हैं. वहीं UPA को 6 से 10 सीटें मिलती दिख रही हैं. 2014 में बीजेपी को 23 और उसके सहयोगी शिवसेना को 18 सीटें मिली थीं. वोट शेयर की बात करें तो बीजेपी को 48 प्रतिशत वोट शेयर, कांग्रेस को 33 प्रतिशत, VBA को 13 और अन्य को 6 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है.

लोकसभा-2019 चुनाव में यूपी से ज्यादा बंगाल सुर्खियों में रहा. यहां दीदी की टीएमसी को झटका लग सकता है. एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी 42 लोकसभा सीटों में से 19 से 23 सीट जीत सकती है. वहीं तृणमूल कांग्रेस  (टीएमसी) को 19 से 22 सीट एग्जिट पोल में मिल रही है. कांग्रेस के खाते में एक सीट जाती नजर आ रही है. सीपीएम और सीपीआई को एक भी सीट मिलती नहीं दिख रही हैं.  सर्वे के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी का वोट शेयर  41-41 प्रतिशत रह सकता है. यूपीए का वोट शेयर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान है. जबकि सीपीएम/सीपीआई और अन्य का वोट शेयर क्रमश: 5 और 6  प्रतिशत रह सकता है.
 
यूपी में फेल हो सकता है महागठबंधन का गणित, खिलेगा कमल
देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश पर सबकी निगाहें हैं. आजतक और एक्सिस माई इंडिया का एग्जिट पोल (Exit Poll) में उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन पर नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी भारी नजर आ रही है. 80 लोकसभा सीटों में से बीजेपी गठबंधन को 62-68 सीटें मिलती हुई नजर आ रही हैं, जबकि सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन को 10 से 16 सीटें और कांग्रेस को 1 से दो सीटें एग्जिट पोल में दी जा रही हैं.  बीजेपी को अकेले 60 से 66 सीटें और अपना दल को 2 सीटें मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं. सपा 4 से 7 सीटों के बीच सिमट कर रह सकते हैं, जबकि बसपा को 3 से 7 सीटें मिल रही हैं. वहीं, कांग्रेस को एक से दो सीटें मिल रही हैं. उत्तर प्रदेश में वोट शेयर को देखें तो बीजेपी गठबंधन को 48 फीसदी और सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन को 39 फीसदी वोट मिल रहे हैं. वहीं, कांग्रेस को महज 8 और अन्य को 5 फीसदी मिल रहे हैं.

बिहार में भी चल सकता है मोदी-नीतीश की जोड़ी का जादू
आजतक और एक्सिस माई इंडिया का एग्जिट पोल (Exit Poll) में बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी रिकॉर्ड जीत दर्ज करती हुई नजर आ रही है. जबकि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में उतरा महागठबंधन पूरी तरह से फेल बताया जा रहा है. इस बार एनडीए को  40 में से 38 सीटें मिलती नजर आ रही हैं. वहीं, आरजेडी को 0-1 और कांग्रेस को 0-1 सीट में सिमट सकती है. एग्जिट पोल के मुताबिक, उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी की पार्टी सहित महागठबंधन के बाकी सहयोगी दल को खाता नहीं खोल पा रही हैं. लोकसभा चुनाव 2014 में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में बीजेपी को 22 मिली थीं, इस बार वह 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.

हरियाणा और दिल्ली में भी कमल खिलने के आसार
हरियाणा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू एक बार फिर से चलता नजर आ रहा है. हरियाणा में बीजेपी गठबंधन 8 से 10 लोकसभा सीटों पर जीत मिलती दिख रही है, जबकि कांग्रेस के खाते में एक भी सीट नहीं आने का अनुमान है. हालांकि उसके घटक दल के पास 2 सीटें आती दिख रही हैं. वहीं, दिल्ली में 2014 के मुकाबले इस बार बीजेपी को एक सीट पर नुकसान एग्जिट पोल में दिखाया गया है. दिल्ली में बीजेपी को 6 से 7 सीट मिल सकती हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में एक सीट जा सकती हैं. 

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