इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज, हो सकती है ल्यूकेमिया की बीमारी

ल्यूकेमिया की बीमारी बहुत खतरनाक होती है। ल्यूकेमिया के कारण शरीर में खून बनने की प्रकिया पर असर पड़ता है। जिसके चलते ल्यूकेमिया से पीड़ित के शरीर में खून की कमी के चलते कई तरह की बीमारी हो जाती हैं। समय पर ल्यूकेमिया का इलाज करने से इसको ठीक किया जा सकता है। वहीं, अगर इस पर ध्यान न दिया जाए तो यह जानलेवा साबित हो सकती है। इसलिए जरूरी हो जाता है कि ल्यूकेमिया के लक्षणों की पहचान कर इसका इलाज किया जाए।

1- त्वचा का पीला पड़ना- ल्यूकेमिया की बीमारी होने पर त्वचा का रंग पीला पड़ने लगता है। यह इसका प्रमुख लक्षण है।

2- अधिक थकान- ल्यूकेमिया से पीड़ित को बहुत अधिक थकान होती है। इसके अलावा आपको हर समय थकान महसूस होती है।

3- बुखार आना- इस बीमारी के होने से शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है। जिसके चलते फ्लू, बुखार आदि हमको घेर लेते हैं। बार-बार बुखार आना इसका लक्षण है।

4- जल्दी से सांस लेना- आमतौर पर देखा जाता है कि लोग तेज दौड़ने ज्यादा मेहनत करने से जल्दी-जल्दी सांस लेते हैं। वहीं, ल्यूकेमिया में भी यह समस्या हो जाती है।

5- घाव भरने में देर लगना- हमारे शरीर में किसी चोट का घाव जल्दी नहीं भर रहा तो तो एक बार ल्यूकेमिया की जांच करवा लेनी चाहिए।

दो तरह से होती ल्यूकेमिया
ल्यूकेमिया बीमारी में दो तरह से देखने को मिलती है। इसमें एक को तीव्र ल्यूकेमिया कहते हैं और दूसरे को दीर्ध ल्यूकेमिया कहते हैं। तीव्र ल्यूकेमिया का छोटे बच्चों पर अधिक प्रभाव होता है। वहीं, दीर्ध ल्यूकेमिया प्रौढ़ लोगों पर अधिक प्रभाव छोड़ती है। ल्यूकेमिया को एक प्रकार का ब्लड कैंसर माना जाता है। इसमें शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स की संख्या असामान्य रूप से बढ़ जाती है। इसके अलावा इस सेल्स आकार बदलने लगता है। जिसके चलते हेल्दी ब्लड सेल्स नहीं बन पाती हैं।

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