आखिर शहादत के नाम पर ही दंतेवाड़ा में मांगा गया वोट
रायपुर
दंतेवाड़ा उपचुनाव के मतदान की तारीख कल है, चुनाव की घोषणा के साथ जब भाजपा व कांग्रेस ने नक्सल हमले में शहीद नेताओं की पत्नियों को चुनाव समर में उतारा तभी तय हो गया था कि भावनात्मक रूप से शहादत के नाम पर ही वोट मांगा जायेगा और वही हुआ भी। भले ही नेता राग अलापते रहे पन्द्रह साल बनाम दस माह पर फैसला जनता को करना है। लेकिन कोई भी जगह ऐसी नहीं होगी जब प्रचार के दौरान भीमा मंडावी व महेन्द्र कर्मा का नाम आगे नहीं किाय गया हो। दस माह पहले हुए चुनाव में 60 फीसदी वोट पडे थे जिसमें नोटा ने भी बड़ा कमाल दिखाया था। चूंकि बाहरी नेताओं को निर्वाचन नियमानुसार क्षेत्र छोड?ा पड़ा है इसलिए कांग्रेस व भाजपा के आला नेता रायपुर से मतदान की पूरी प्रक्रिया पर नजर रखेंगे। हालांकि कुछ बड़े नेताओं ने जगदलपुर में डेरा डाल रखा है। स्थानीय नेताओं को कहा गया है कि मतदान पेटी सील होने तक बूथ न छोड़ें।