आखिरी वनडे जीत सीरीज पर कब्जा करना चाहेगा भारत

पोर्ट आॅफ स्पेन
कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम की नजरें बुधवार को त्रिनिदाद में मेजबान वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाले तीसरे और आखिरी एकदिवसीय मुकाबले को जीतकर सीरीज पर कब्जा करने पर टिकी होंगी। भारतीय टीम ने इससे पहले तीन मैचों की वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त बनायी हुई है। दोनों टीमों के बीच पहला वनडे मैच 13 ओवर के बाद बारिश की भेंट चढ़ गया था और उस मुकाबले को रद्द करना पड़ना था। इसी मैदान पर गत 11 अगस्त को हुए दूसरे वनडे मुकाबले में भारत ने विंडीज को बारिश से बाधित मुकाबले में डकवर्थ लुइस नियम के तहत 59 रनों से पराजित किया था। विराट सेना की नजरें बुधवार को होने वाले तीसरे वनडे मुकाबले में मेजबान विंडीज को हराकर सीरीज जीतने पर होंगी। भारतीय टीम ने इससे पहले इसी दौरे में हुई ट््वंटी-20 सीरीज में कैरिबियाई टीम को 3-0 से हराकर मेजबान टीम का सूपड़ा साफ कर दिया था।  

भारतीय टीम के लिए हालांकि उसके सलामी बल्लेबाजों की फॉर्म चिंता का विषय है। टीम के दोनों सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और रोहित शर्मा पिछले मुकाबले में बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे थे। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए मात्र दो रन की साझेदारी हुई थी। दूसरे वनडे मैच में शिखर दो और रोहित 18 रन बनाकर आउट हुए थे। टीम के सलामी बल्लेबाजों को तीसरे मैच में मजबूत साझेदारी करनी होगी जिससे टीम के मध्यक्रम पर ज्यादा दवाब नहीं पड़े और टीम का बल्लेबाजी क्रम संतुलित रहे। भारत के लिए हालांकि राहत की बात यह है कि टीम के कप्तान विराट अपनी फॉर्म हासिल कर पिछले मैच में शतक जड़ चुके हैं। सलामी बल्लेबाजों के फ्लॉप होने के बाद विराट ने ही भारतीय टीम को संभाला और मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर के साथ 125 रनों की मजबूत साझेदारी कर टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया था। अय्यर ने जिस तरह अपनी जिम्मेदारी समझते हुए कप्तान का साथ दिया यह वाकई टीम के लिए अच्छी खबर है। लेकिन युवा विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत का लगातार नाकाम होना टीम के मध्यक्रम के संतुलन को बिगाड़ रहा है। पंत को उम्मीदों के अनुरुप प्रदर्शन करना होगा। उन्हें क्रीज पर खेलते समय अपने जिम्मेदारी समझनी होगी और टीम के हालात को देखते हुए बल्लेबाजी करनी होेगी। तेज गेंदबाजी में टीम के पास भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी हैं जो बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं। दोनों ने पिछले मुकाबले में कुल छह विकेट लिए थे जिनमें से चार विकेट भुवनेश्वर और दो विकेट शमी को मिले थे। स्पिन गेंदबाजी में चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा कसी हुई गेंदबाजी कर रहे हैं और विपक्षी टीम को लगातार अपनी फिरकी में उलझा रहे हैं। टीम के पास युजवेंद्र यहल के रुप में एक अन्य स्पिन गेंदबाज भी मौजूद हैं, हालांकि उन्हें पिछले मुकाबले में आराम दिया गया था।

विंडीज की टीम भले ही इस सीरीज को जीत नहीं सकती लेकिन वे आखिरी मुकाबले में कड़ी चुनौती पेश कर भारतीय टीम से सीरीज एक-एक से बराबर करने का मौका नहीं गंवाना चाहेगी। टीम के सलामी बल्लेबाज एविन लुईस और विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल अगर बड़ी पारी खेलने में कामयाब रहे तो भारतीय टीम की उम्मीदों पर पानी फेर सकते हैं। गेल का संभवत: यह आखिरी अंतर्राष्ट्रीय वनडे मैच हो सकता है और वह इस मुकाबले में बड़ी पारी खेल टीम को जीत दिलाना चाहेंगे। मध्यक्रम में विंडीज के पास शाई होप, शिमरॉन हेत्यामेर और निकोलस पूरन जैसे बड़े बल्लेबाज हैं जो टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचा सकते हैं। गेंदबाजी में केमार रोच, शेल्डन कोट्रेल, कप्तान जैसन होल्डर और कार्लोस ब्रैथवेट जैसे खिलाड़ी हैं जो भारतीय टीम के बल्लेबाजी क्रम को परेशान कर मैच का रुख अपनी ओर मोड़ने में माहिर हैं। इस मुकाबले में भले ही भारतीय टीम का पलड़ा भारी है लेकिन विंडीज भी आखिरी मैच में पूरी कोशिश कर सीरीज ड्रा कराना चाहेगा।
 

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