अरुण जेटली की हालत बेहद नाजुक, दिया ECMO और IABP सपोर्ट

 
नई दिल्ली 

पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की हालत नाजुक बनी हुई है. पक्ष और विपक्ष के नेता लगातार दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्हें देखने पहुंच रहे हैं. एम्स के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कार्डियो-न्यूरो सेंटर में अरुण जेटली की हालत बेहद नाजुक है. उन्हें एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेंब्रेन ऑक्सिजनेशन (ECMO) और इंट्रा-एओर्टिक बैलून पंप (IABP) सपोर्ट दिया गया है.
 
बता दें कि ईसीएमओ पर मरीज को तब रखा जाता है जब दिल, फेफड़े ठीक से काम नहीं करते हैं और वेंटीलेटर का भी फायदा नहीं होता है. इससे मरीज के शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाया जाता है.

इससे पहले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह अरुण जेटली का हाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी रविवार देर शाम जेटली को देखने एम्स अस्पताल पहुंचे थे. वहीं अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह भी अरुण जेटली का हालचाल जानने एम्स जा सकते हैं.

इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी उन्हें देखने एम्स पहुंचे. अरविंद केजरीवाल ने अरुण जेटली के परिजनों से हालचाल लिया. अरुण जेटली को 9 अगस्त को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था और वहां उनका इलाज चल रहा है. इलाज के साथ ही उनके लिए दुआओं का दौर भी जारी है. शनिवार को अरुण जेटली के जल्द स्वस्थ होने के लिए हवन किया गया.

विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने ट्वीट किया, 'देश के प्रख्यात विधिवेत्ता, राजनेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रभु से कामना करते हैं.'

वहीं, शनिवार को अरुण जेटली का हाल जानने वालों का एम्स में तांता लगा रहा. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एम्स पहुंचकर अरुण जेटली का हाल जाना. साथ ही अरुण जेटली की हालत पर डॉक्टरों से बातचीत भी की.
 
इसके अलावा शनिवार को बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की मुखिया मायावती और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई नेता अरुण जेटली की तबीयत का हाल जानने एम्स पहुंचे. साथ ही जेटली की हालत को लेकर डॉक्टरों से बातचीत की.
इससे पहले जब अरुण जेटली को 9 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला और अन्य शीर्ष बीजेपी के नेता उनको देखने एम्स पहुंचे थे.

मई 2018 में जेटली का किडनी प्रत्यारोपण हुआ था. इसके बाद जेटली के बाएं पैर में सॉफ्ट टिशू कैंसर हो गया, जिसकी सर्जरी के लिए वह इस साल की शुरुआत में अमेरिका भी गए थे. तबीयत खराब होने के कारण ही उन्होंने 2019 का आम चुनाव नहीं लड़ा था और मंत्रिमंडल में शामिल होने से भी इनकार कर दिया था.

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