विराट कोहली का रेकॉर्ड अजूबा, मैं उन्हें गेंदबाजी नहीं करूंगा: शेन वॉर्न

नई दिल्ली
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली, महान सचिन तेंडुलकर से बेहतर हैं या नहीं, इस पर बहस शायद ही कभी खत्म हो और इसी बीच इस मामले में सवाल पूछे जाने पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान लेग स्पिनर और मौजूदा समय में राजस्थान रॉयल्स के ब्रैंड एम्बेसडर शेन वॉर्न ने मजाकिया अंदाज में कहा कि वह इन दोनों ही भारतीय बल्लेबाजों के सामने गेंदबाजी नहीं करना चाहते। 

वॉर्न ने आईपीएल को लेकर राजस्थान टीम की तैयारियों के दौरान आईएएनएस से खास बातचीत में कहा कि उनका मानना है कि विव रिचर्ड्स सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय बल्लेबाज थे और कोहली के बारे में वह राय तब बनाएंगे जब उनका (कोहली) का करियर समाप्त हो जाएगा। वॉर्न ने कहा, ‘90 के दशक के मध्य में सचिन और ब्रायन लारा का क्लास बाकी सबसे ऊपर था। बाद में उनका करियर ऐसा नहीं था लेकिन 1994-95 से चार से पांच साल के दौरान इन दोनों का क्लास सबसे ऊपर था।’ 

उन्होंने कहा, ‘विराट और सचिन पूरी तरह से दो अलग-अलग खिलाड़ी हैं, लेकिन वे महान हैं। मैं उन्हें गेंदबाजी नहीं करना चाहूंगा (बातचीत में यहां वॉर्न ने जोर का ठहाका लगाया)। मेरे लिए दोनों बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं, मैं किसी एक को नहीं चुन सकता।’ वॉर्न ने कहा, ‘मेरे लिए, हम सभी जानते हैं कि डॉन ब्रेडमैन सबसे अच्छे बल्लेबाज थे। इस पर सर्वसम्मति है। इसके बाहर, मेरे लिए विव रिचर्ड्स सबसे अच्छा खिलाड़ी थे जिन्हें मैंने अब तक देखा। मैं किसी और को गेंदबाजी करना पसंद करूंगा।’ 

उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए सबसे अच्छे वनडे बल्लेबाज विव और विराट होंगे। विराट का रेकॉर्ड तो पागलपन भरा है, बताता है कि वह कितने अच्छे हैं। एक खिलाड़ी, जब वह खेल रहा होता है तो उसे जज करना मुश्किल होता है।’ वॉर्न का मानना है कि स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर के वापस आने से ऑस्ट्रेलियाई टीम और ज्यादा मजबूत होगी। पूर्व लेग स्पिनर ने कहा, ‘स्मिथ बड़ा खिलाड़ी हैं। यदि आप पिछले साल मार्च के समय को देखें और कहें कि दुनिया के शीर्ष पांच खिलाड़ी कौन थे तो आप कहेंगे, कोहली, एबी डि विलियर्स, स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और केन विलियमसन।’ 

उन्होंने कहा, ‘तो, दुनिया के शीर्ष पांच खिलाड़ियों में से दो ऑस्ट्रेलिया के थे और उन्हें खोना टीम के लिए एक बड़ा नुकसान था। स्मिथ के मामले में यही नुकसान राजस्थान रॉयल्स का भी हुआ।’ इस साल आईपीएल के बाद विश्व कप होने हैं और अगर भारत को सही मायने में खिताब का दावेदार बनना है तो कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की जोड़ी को अच्छा प्रदर्शन करना होगा। 

वॉर्न ने कहा, ‘मैंने और कुलदीप ने जो कुछ भी बातें की हैं, मैं उसे नहीं बताऊंगा। अनिल कुंबले ने कुछ साल पहले मुझे उनसे सबसे पहले मिलवाया था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में रवि शास्त्री और कोहली ने मुझसे पूछा कि क्या मैं उनसे बात करना चाहूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘चहल ने खुद मुझे मैसेज किया था और कहा था कि क्या हम एक सेशन कर सकते हैं और मैंने कहा जरूर। हमने काम करना शुरू कर दिया।’ वॉर्न ने कहा, ‘जब आप किसी की थोड़ी सी मदद करते हैं और फिर आप उसे अच्छा प्रदर्शन करते देखते हैं, तो यह फायदेमंद होता है। मैं हमेशा किसी भी स्पिनर की मदद करने के लिए तैयार रहता हूं। मैंने चहल के साथ कुछ सत्र भी किए हैं।’ 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *