क्या आपके घर में भी यहां पड़ा है इलेक्ट्रॉनिक से जुड़ा सामान ?

कहते हैं कि अगर वास्तु दोष का प्रभाव घर पर पड़ने लगे तो घर और परिवार वालों पर इसका असर देखने को मिलता है। कई बार हम वास्तु दोष को दूर करने के लिए बहुत सारे वास्तु टिप्स को अपना लेते हैं। लेकिन इन्हें इस्तेमाल करने के पीछे की वजह यही होती है कि घर-परिवार से नकारात्मक ऊर्जा का नाश हो सके और परिवार में खुशहाली आ सके। वास्तु शास्त्र का संबंध हर दिशा और कोण से संबंधित होता है और इनसे जुड़े कुछ खास नियम और उपाय बताए गए हैं। जिन्हें अपनाकर व्यक्ति सुखी जीवन व्यतीत कर सकता है। आज हम आपको वास्तु से जुड़ी दिशाओं के बारे में बताएंगे। कहते हैं कि अगर व्यक्ति दिशा से जुड़े वास्तु नियमों को अपनाता है तो उसकी लाइफ में चल रही परेशानियां कम हो सकती है। 

तो आइए जानते हैं उन दिशाओं के बारे में-
हम बात करेंगे ईशान कोण से संबंधित कुछ खास नियमों के बारे में। वास्तु के अनुसार ईशान कोण उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा होती है। कुछ लोगों का कहना है कि ये दिशा शिक्षा से जुड़ी होती है क्योंकि ये दिशा गुरु बृहस्पति की मानी जाती है। कहा जाता है कि इस दिशा में किसी भी तरह का विद्युतीय सामान नहीं रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र का मानना हे कि इस दिशा में विद्युतीय सामान रखने से घर के बड़े-बुजुर्गों के सेहत पर असर पड़ सकता है। घर में इलेक्ट्रॉनिक सामान को रखने के लिए उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व दिशा को ही सबसे सही माना जाता है। 

वास्तु शास्त्र में बिजली का संबंध राहु से और मशीनरी चीजों को शनि से जोड़ा गया है तो ऐसे में शनि-राहु का एक स्थान पर होना अशुभ माना जाता है। 

हर घर में ये देखने को मिलता है कि जब कोई स्त्री घर की रसोई में काम करती है तो वह नमक का इस्तेमाल करके उसका डब्बा खुला ही छोड़ देती है और इसे वास्तु की दृष्टि से गलत माना गया है। ऐसा माना जाता है कि खुले डब्बे में से इस्तेमाल की गई चीज़ हमारे भोजन में प्रयोग होने पर हमारे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। इसलिए हर चीज़ को इस्तेमाल हो जाने पर अच्छे से बंद करके रखना चाहिए। 

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