आज बैकुंठ चतुर्दशी पर भगवान विष्णु और भगवान शिव के मिलन का हुआ हरिहर पूजन।
कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी को वैकुंठ चतुर्दशी भी कहा जाता है इसका पौराणिक महत्व है।आज छिंदवाड़ा के पातालेश्वर मंदिर और लक्ष्मी नारायण मंदिर में भगवान विष्णु और भगवान शिव जी हरिहर मिलन का पूजन किया गया।
शुक्ल चतुर्दशी के पावन अवसर पर आज लक्ष्मी नारायण मंदिर में हरिहर पूजन किया गया।
माना जाता है कि आज के दिन हरिहर मिलन के अवसर पर भगवान विष्णु और भगवान शंकर की पूजा की जाती है इस पूजा में भगवान विष्णु को बेलपत्र और भगवान शंकर को तुलसी की माला अर्पित की जाती है इस दौरान मांगी जाने वाली सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं,इस अवसर पर आज पूजन कर भगवान विष्णु और भगवान शंकर का आर्शीवाद प्राप्त किया गया।
पौराणिक महत्व के अनुसार आज से सृष्टि का भार भगवान शिव जी के स्थान पर भगवान विष्णु जी लेंगे जो जगत के पालनहार है।